_*और*_
_*परिवार*_
_*दोनों एक जैसे ही हैं…*_
_*ऐसा इसलिए कि*_
_इसकी कीमत सिर्फ बनाने_
_वाले को ही पता होती है..;_
_तोड़ने वाले को नहीं…_?
_वाले को ही पता होती है..;_
_तोड़ने वाले को नहीं…_?
_*दोनों ही टूटने के बाद*_
_*जुड़ने मुश्किल हैं..*_*!!*
_*जुड़ने मुश्किल हैं..*_*!!*
अच्छी है,
जैसा भी हो,
गुजर जाता है!
“कामयाब इंसान खुश
रहे ना रहे.......
खुश रहने वाला इंसान .
कामयाब जरूर हो जाता है ......
रहे ना रहे.......
खुश रहने वाला इंसान .
कामयाब जरूर हो जाता है ......
भक्तों को बुलाया और कहा आप
को यहाँ से पचास कोस जाना है।
समान से भर कर दी और कहा जो
लायक मिले उसे देते जाना
कहा रास्ते मे जो उसे अच्छा मिले
उसे बोरी मे भर कर ले जाए।
समान था वो धीरे चल पा रहा था
जा रहा था
मिली उसने उसे बोरी मे डाल
लिया
भी उठा लिया
मिलता गया और वो बोरी मे भरता
हुआ चल रहा था
उसका चलना मुश्किल होता गया
और साँस भी चढ़ने लग गई
गया ।
रास्ते मै जो भी मिलता उसको
बोरी मे से खाने का कुछ समान
देता गया धीरे धीरे बोरी का वज़न
कम होता गया
गया।
तक पहुँचना आसान होता गया
ही दम तोड़ गया
क्या बाँटा और क्या इकट्ठा किया
हम मंज़िल तक कैसे पहुँच पाएँगे।
कोई यह नहीं पूछेंगा कि आप का
बैंक बैलेन्स कितना है या आप के
पास कितनी गाड़ियाँ हैं....?
1-आप का स्वास्थ्य कैसा है.....?
और
2-आप के बच्चे क्या करते हैं....?
अच्छा लगा हो तो ओरो को भी ये
भेजें
बदल जाये।
नेता जी
प्रचार करने निकल पडे ।
प्रचार करने निकल पडे ।
नेता - हाँ । अब सही समय आ गया है ।
जनता - क्या आप देश को लूट खाओगे ?
नेता - बिल्कुल नही ।
जनता - हमारे लिए काम करोगे ?
नेता - हाँ । बहुत ।
जनता - महगांई बढ़ाओगे ?
नेता - इसके बारे में तो सोचो भी मत ।
जनता - आप हमे जॉब दिलाने में मदद करोगे ?
नेता - हाँ । बिल्कुल करेँगे ।
जनता - क्या आप देश मे घोटाला करोगे ?
नेता - पागल हो गए हो क्या बिलकुल नहीं ।
जनता - क्या हम आप पर भरोसा कर सकते हैं ?
नेता - हाँ
जनता - नेता जी ...
चुनाव जीतकर नेताजी वापस आये ।
अब आप ,
नीचे से ऊपर पढ़ो ।
\
नीचे से ऊपर पढ़ो ।
\
और सो जाता..! 
.
पत्नी से रहा नही गया और उसने पति से पूछ ही लिया :
.
''क्यूं जी ये रोज रोज आप शक्कर का डिब्बा खोलकर क्या देखते हो...?”
पति:- अरे, डाॅक्टर ने कहा है..घर पर रोज रात को
शुगर चेक कर लिया करो..!
पत्नी बेहोश..!
.
पत्नी से रहा नही गया और उसने पति से पूछ ही लिया :
.
''क्यूं जी ये रोज रोज आप शक्कर का डिब्बा खोलकर क्या देखते हो...?”
पति:- अरे, डाॅक्टर ने कहा है..घर पर रोज रात को
शुगर चेक कर लिया करो..!
पत्नी बेहोश..!
छूट कर मुँह पर ग़िर जाता है...
-
तब आज की जनरेशन मानती है...
कि हाँ अब नींद आ रही है। !!!!!
बैठने के लिये होता है....
बेटा:- हा तो चप्पल भी मारने के लिये नही ,
पहनने के लिये होती है…..
पहनने के लिये होती है…..
पड़ी एक और…
.
.
.
.
नही पता?
.
.
.
.
वो "गरम मसाला"
बचपन से जीनियस हूँ पर कभी घमंड नही किया!
ऊँगली लगाओ तो बहूत दर्द होता हे..!!!
=
=
=
डॉक्टर ने पुरे शरीर का Xray किया
और
चेक किया तो फैक्चर पाया गया
=
=
=
=
=
=
"ऊँगली में"
.
आधे रस्ते जाकर पप्पू राकेट से कूद गया और
.
चिल्लाया,
.
.
"कमीनो आज तो अमावस्या है, चाँद तो होगा ही नहीं I"
आधे रस्ते जाकर पप्पू राकेट से कूद गया और
.
चिल्लाया,
.
.
"कमीनो आज तो अमावस्या है, चाँद तो होगा ही नहीं I"
*राम जाणे किसका था*
99 मर गये ...
1 बच गया
रिपोर्टर ने ऊसे पुछा : "ये सब कैसे हुआ .?"
सरदार
बोला - "गलत अनांऊसमेन्ट 🔊 की वजह से हुआ
अनांऊसमेन्ट 🔊 हुआ था की शताब्दि
एक्स्प्रेस प्लेटफ़ार्म पर आ रही है !"
तो सब घबराकर प्लेटफ़ार्म से उतरकर पटरी पर आ गये!
पर ट्रेन प्लेटफ़ार्म
पर नही ,
पटरी पर आयी...
अनांऊसमेन्ट 🔊 हुआ था की शताब्दि
तो सब घबराकर प्लेटफ़ार्म से उतरकर पटरी पर आ गये!
पर ट्रेन प्लेटफ़ार्म
पटरी पर आयी...
रिपोर्टर : और आप समझदार निकले जो पटरी पर नही उतरे!
सरदार
: जी नही,
मै तो सुसाईड करने आया था, अनांउसमेन्ट🔊 सुनकर मै पटरी से हटकर प्लेटफ़ार्म पे लेट गया था".
मै तो सुसाईड करने आया था, अनांउसमेन्ट🔊 सुनकर मै पटरी से हटकर प्लेटफ़ार्म पे लेट गया था".
.
लड़की – कुछ नहीं नेट पे बैठी हूँ ?
..
.
लड़का– तभी मैं कहूँ नेट धीमा क्यों चल रहा है , उठ जा मोटी.
ये कोनसा स्टेशन है?
सँता हँसा।
ओर हँसा!
जोर जोर हँसा!!
ओर बोलाः ये रेलवे स्टेशन है पगली!!
..
.
.
.
ताऊ : - तो मोटर बंद कर दे ना मेरे भाई!!
नाम है
लड़की: मुझे सब दीदी बुलाते हैं।
..
..
लड़का: माँ कसम क्या संयोग है मुझे सब जीजा
बुलाते हैं :
नौकर :- गलती हो गई मालिक, लगता हैं, मैंने आपको अपनी रोटी दे दी हैं
नौकर - मुझे टाइम देखना नही आता...
सेठ - अच्छा कोई बात नही...
यह देखकर बताओ कि बड़ी सूई कहा है और छोटी सूई कहाँ है?
नौकर - दोनो सूइयां घड़ी में हैं...
"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं
"काम में खुश हूं," आराम में खुश हू
"काम में खुश हूं," आराम में खुश हू
"आज पनीर नहीं," आलू में ही खुश हूं
"आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश हूं
"आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश हूं
" अगर किसी का साथ नहीं," तो अकेला ही खुश हूं " . , .
. आज कोई नाराज है," उसके इस अंदाज से ही खुश हूं
"जिस को देख नहीं सकता," उसकी आवाज से ही खुश हूं
"जिसको पा नहीं सकता,".. . उसको सोच कर ही खुश हूं
"बीता हुआ कल जा चुका है," उसकी मीठी याद में ही खुश हूं "
आने वाले कल का पता नहीं," इंतजार में ही खुश हूं
"हंसता हुआ बीत रहा है पल," आज में ही खुश हूं "जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं
"अगर दिल को छुआ, तो जवाब देना" "वरना बिना जवाब के भी खुश हूं.
दिन भर लटके व्हाट्सएप्प पे तो काम कहाँ से होय।
सफल होने के लीये तो अपने दोनो पैरो मे घोड़े की नाल लगा कर अपने लक्ष्य के पीछे रात दिन घोड़े की तरह भागना पडता है तब जा कर सफलता कदम् चुमती है ...
"अंधविश्वास भगाओ आत्मविश्वास जगाओ"
पप्पू बोला :
*काश मैं भी आर्मी में होता*
*काश मैं भी आर्मी में होता*
पडोसन बोली :
" *कोई फायदा नहीं होता....बॉर्डर क्रॉस करके सर्जिकल स्ट्राइक करना तो तुम्हें आता ही नहीं है ...*"
" *कोई फायदा नहीं होता....बॉर्डर क्रॉस करके सर्जिकल स्ट्राइक करना तो तुम्हें आता ही नहीं है ...*"
नाम
बताओ ।
कुनाल : पकिस्तान
टीचर : बेटा गरीब पूछा है
भिखारी नहीं
.
” मुझे एक हाफ चिकन तंदूरी दो और यहां बैठे बाकी लोगों को भी मटन खिलाओ… क्योंकि जब मैं खाता हूं तो मैं चाहता हूं कि सब खाएं …”
खाना खाने के बाद लाला जी फिर चीखे…
” मुझे एक शेम्पेन की बोतल दो यहां बैठे बाकी लोगों को भी बियर पिलाओ… क्योंकि जब मैं पीता हूँ तो मैं चाहता हूं कि सब पिएं… ”
सभी लाला जी से बहुत खुश हुए और उनकी तारीफ करने लगे ।
ड्रिंक्स के बाद वह फिर चिल्लाया …
” मुझे मेरा बिल दो और यहां बैठे बाकी लोगों को भी उनका बिल दो …
क्योंकि मैं चाहता हूं कि जब मैं बिल चुकाउं तो सब अपना अपना बिल चुकाएं” ।
बंता की तबियत बहुत ख़राब थी ।
वो आई सी यू में बिस्तर पर पड़ा मरने वाला था ।
वो आई सी यू में बिस्तर पर पड़ा मरने वाला था ।
उसने आपने प्रिय दोस्त संता को अपने पास बुलाया और बोला ।
बंता : ये ले एक लाख ( 100000 ) रूपये मेरे मरने के बाद मेरी कब्र पर रोज एक पेग का छिडकाव कर देना ।
संता : अगर तू बुरा न माने तो छिड़काव से पहले उसे अपनी किडनी से फिल्टर कर दिया करूँ..
.
.
लडका1- हमार नाम बबलू और हमका ईमरती पसंद है
लडका2- हमार नाम गोपी हमका भी ईमरती पसंद है
लडका3- हमार नाम गोलु हमका भी ईमरती पसंद है
.
टीचर - सबकी पसंद एक है... बहुत अच्छा
टीचर - लडकी तुम्हारा नाम
.
.
.
लडकी -हमार नाम ईमरती है
क्या बे कुत्ते के पिल्ले,
आया क्यों नही!!
आया क्यों नही!!
जबाब आया: कुत्ते का पिल्ला नहाने गया है,
मैं कुत्ता बोल रहा हूँ...
मैं कुत्ता बोल रहा हूँ...
सॉरी अंकल...
हमारे साथ…
-.-
-.-
-.-
.
.
.
-.-
राइटिंग खराब थी फिर भी डॉक्टर ना बन
सके..
-.-
-.-
-.-
.
.
.
-.-
राइटिंग खराब थी फिर भी डॉक्टर ना बन
सके..
और
_इसलिये *आज़ाद* रहती हैं._
_किंतु *तोता* दूसरे कि भाषा बोलता है,_
_इसलिए पिंजरे में जीवन भर_
_*गुलाम* रहता है._
_अपनी *भाषा,*_
_अपने *विचार* और_
_*"अपने आप"* पर विश्वास करें..!
*"आलोचना"*
*"अपमान"* में बदल जाती है
और ....
*"एकांत"* में करने पर
*"सलाह"* बन जाती है
*"सलाह"* बन जाती है
गुरूजी ने आते ही बच्चों को कहा - बच्चों आज मैं तुम्हे गर्भावस्था के बारे में पढ़ाऊंगा. लेकिन उस से पहले तुम्हे स्त्री और पुरुष के जननांग और उनकी कार्यप्रणाली समझाऊंगा.
इतने में राजू ने हाथ खड़ा किया.
लेकिन गुरूजी ने ध्यान नहीं दिया
लेकिन गुरूजी ने ध्यान नहीं दिया
गुरूजी- बच्चों गर्भ धारण करने हेतु स्त्री पुरुष का.....
तभी राजू ने फिर हाथ खड़ा किया और उसको हिलाने लगा.
गुरूजी ने ध्यान दिया, लेकिन कुछ नहीं बोले. वे आगे पढ़ाने लगे
स्त्री पुरुष के शारीरिक संबंद को सम्भोग...
तभी राजू ने फिर हाथ खड़ा किया और इस बार गुरूजी को आवाज़ भी लगाई. गुरूजी गुरूजी मुझे कुछ कहना है.
गुरूजी- मुझे पता है तुझमे समझ नहीं आ रहा होगा, लेकिन मैं सब समझाऊंगा.
राजू- नहीं गुरूजी वो बात नहीं है.
गुरूजी- फिर क्या बात है ?
राजू- मैं तो ये कह रहा था कि जिस जिस ने लड़की चोद रखी है, वो खेलने जा सकते है क्या ?
पूछा---" भूकंप के क्या समाचार है ? "
दामाद---" खाना बना रही है। बात करवाऊँ क्या ?? "
लड़की कुर्ती
सिलवाने टेलर् के
पास गई।
टेलर से बोली :
" भैया कुर्ती का बाजू
नेट वाला लगाना।
पास गई।
टेलर से बोली :
" भैया कुर्ती का बाजू
नेट वाला लगाना।
2G या 3G ?? "
खुशनसीब को इंग्लिस में क्या कहते हैं?
पति:-अनमैरिड
दे बेलन ,,,दे चिमटा ,,दे फूकनी
पति:-अनमैरिड
दे बेलन ,,,दे चिमटा ,,दे फूकनी
.
.
घुट-घुट कर मरना सही है या फिर एकदम से मर जाना..?
.
.
बीवी : एकदम से मर जाना अच्छा होता है..
.
.
पप्पू : तो अपनी दूसरी टांग भी मुझ पे रख दे और
.
.
किस्सा खत्म कर मेरा..
जो-होयो
सो-होयो
अगले साल उनका एक और बच्चा हुआ..उन्होंने उसका नाम रखा..
अगले साल उनका एक और बच्चा हुआ..उन्होंने उसका नाम रखा..
यो-कि-होयो
लड़का : हम तेरे खातिर सब कुछ छोड़ देंगे।...
फूली : माँ-बाप...? ??
लड़का:: हाँ... छोड़ दूँगा...
फूली : दोस्त...???
लड़का : हाँ...
फूली : और मिराज ...???
लड़का : तू घरा जा ए रामारी... थारा बापुजी ढुंडिरिया होगा तने...!!!
रहता था, और वहीं पास एक
मोरनी भी रहती थी। एक दिन मोर
ने मोरनी से प्रस्ताव रखा कि- "हम
तुम विवाह कर लें,
तो कैसा अच्छा रहे?"
मोरनी ने पूछा- "तुम्हारे मित्र
कितने है ?"
मोर ने कहा उसका कोई मित्र
नहीं है।
तो मोरनी ने विवाह से इनकार कर
दिया।
मोर सोचने लगा सुखपूर्वक रहने के
लिए मित्र बनाना भी आवश्यक है।
उसने एक सिंह से.., एक कछुए से.., और
सिंह के लिए शिकार का पता लगाने
वाली टिटहरी से.., दोस्ती कर लीं।
जब उसने यह समाचार
मोरनी को सुनाया, तो वह तुरंत
विवाह के लिए तैयार हो गई। पेड़ पर
घोंसला बनाया और उसमें अंडे दिए, और
भी कितने ही पक्षी उस पेड़ पर रहते
थे।
एक दिन शिकारी आए। दिन भर
कहीं शिकार न मिला तो वे उसी पेड़
की छाया में ठहर गए और सोचने लगे,
पेड़ पर चढ़कर अंडे- बच्चों से भूख बुझाई
जाए।
मोर दंपत्ति को भारी चिंता हुई,
मोर मित्रों के पास सहायता के लिए
दौड़ा। बस फिर क्या था..,
टिटहरी ने जोर- जोर से
चिल्लाना शुरू किया। सिंह समझ गया,
कोई शिकार है। वह उसी पेड़ के नीचे
चला.., जहाँ शिकारी बैठे थे। इतने में
कछुआ भी पानी से निकलकर बाहर आ
गया।
सिंह से डरकर भागते हुए
शिकारियों ने कछुए को ले चलने
की बात सोची। जैसे ही हाथ
बढ़ाया कछुआ पानी में खिसक गया।
शिकारियों के पैर दलदल में फँस गए।
इतने में सिंह आ पहुँचा और उन्हें ठिकाने
लगा दिया।
मोरनी ने कहा- "मैंने विवाह से पूर्व
मित्रों की संख्या पूछी थी, सो बात
काम की निकली न, यदि मित्र न
होते, तो आज हम सबकी खैर न थी।”
मित्रता सभी रिश्तों में
अनोखा और आदर्श रिश्ता होता है।
और मित्र
किसी भी व्यक्ति की अनमोल
पूँजी होते है।
अगर गिलास दुध से भरा हुआ है तो आप उसमे और दुध नहीं डाल
सकते । लेकिन आप उसमे शक्कर डाले । शक्कर अपनी जगह
बना लेती है और अपना होने का अहसास दिलाती है उसी प्रकार
अच्छे लोग हर किसी के दिल में अपनी जगह बना लेते हैं....
सकते । लेकिन आप उसमे शक्कर डाले । शक्कर अपनी जगह
बना लेती है और अपना होने का अहसास दिलाती है उसी प्रकार
अच्छे लोग हर किसी के दिल में अपनी जगह बना लेते हैं....
आरोपी ---मैने कत्ल किया।
जज --लाश कहां है ?
आरोपी---लाश मैने जला दी
आरोपी---लाश मैने जला दी
जज--वो जगह दिखाओ जहां लाश जलाई थी
आरोपी--मैने वो सारी जमीन खोद दी
आरोपी--मैने वो सारी जमीन खोद दी
जज--तो खोदी हुई मिट्टी किधर है ?
आरोपी----उसकी मैने ईंटे बना दी
आरोपी----उसकी मैने ईंटे बना दी
जज --तो वो ईंटे दिखाओ
आरोपी---मैने उनसे मकान बना लिया
आरोपी---मैने उनसे मकान बना लिया
जज --वो मकान किधर है ?
आरोपी ---भूंकंप मे गिर गया
आरोपी ---भूंकंप मे गिर गया
जज--तो मलबा किधर है ?
आरोपी ---वो मैने बेच दिया
आरोपी ---वो मैने बेच दिया
जज--किसको बेचा ?
आरोपी ---पड़ोसी को
आरोपी ---पड़ोसी को
जज --पड़ोसी को बुलाओ
आरोपी ---वो मर गया
आरोपी ---वो मर गया
जज ---किसने मारा ?
आरोपी ---मैने मारा
आरोपी ---मैने मारा
जज --तो लाश किधर है ?
आरोपी ---लाश मैने जला दी
आरोपी ---लाश मैने जला दी
जज--अबे उल्ले के पट्ठे ,तूने मर्डर किया है या #सर्जिकल_स्ट्राइक किया है ,
हत्या को कबूल भी किये जा रहा है और कोई सबूत भी नही दे रहा ।
हत्या को कबूल भी किये जा रहा है और कोई सबूत भी नही दे रहा ।
चाहे लाख दूरी होने पर,
लोगों के भगवान बदल जाते हैं
एक मुराद ना पूरी होने पर...!!!
एक मुराद ना पूरी होने पर...!!!
मैने कहा खुदा से,
क्या खूब दोस्त मिले है...
क्या खूब मैनें, किस्मत पाई है,
क्या खूब दोस्त मिले है...
क्या खूब मैनें, किस्मत पाई है,
खुदा ने कहा हंसकर,
"संभाल कर रख पगले,
ये मेरी पसंद है जो तेरे हिस्से में आई है...!!!
"संभाल कर रख पगले,
ये मेरी पसंद है जो तेरे हिस्से में आई है...!!!
दूध उपयोगी है, किंतु एक ही दिन के लिए, फिर वो खराब हो जाता है। दूध में एक बूंद छाछ डालने से वह दही बन जाता है, जो केवल एक और दिन टिकता है। दही का मंथन करने पर मक्खन बन जाती है। यह एक और दिन टिकता है। मक्खन को उबालकर घी बनता है, घी कभी खराब नहीं होता।
एक ही दिन में बिगडने वाले दूध में कभी-ना बिगड़ने वाला घी छिपा है।
इसी तरह आपका मन भी अथाह शक्तियों से भरा है, उसमे कुछ सकारात्मक विचार डालो अपने आपको मथो अर्थात चिंतन करो, अपने जीवन को और तपाओ, *आप कभी न ख़राब होने वाले व्यक्ति बन जाओगे।*
पति: ठीक है, और घर में घूम फिर के चारो तरफ देखता है...
1. अच्छा बताओ, आज खाने में क्या नया बना रही हो..
2. फ़ैन के ऊपर कितने जाले लग रहे हैं,
3. एक कप कॉफ़ी तो बना के पिला दो..
4) इस महीने तुमने कुल कितने पैसे ख़र्च कर दिए हैं..
5) ये लो मेरे दो तीन शर्ट्स के बटन टूट गये हैं और एक में थोड़ी सिलाई भी उधड़ गयी है..
1. अच्छा बताओ, आज खाने में क्या नया बना रही हो..
2. फ़ैन के ऊपर कितने जाले लग रहे हैं,
3. एक कप कॉफ़ी तो बना के पिला दो..
4) इस महीने तुमने कुल कितने पैसे ख़र्च कर दिए हैं..
5) ये लो मेरे दो तीन शर्ट्स के बटन टूट गये हैं और एक में थोड़ी सिलाई भी उधड़ गयी है..
पत्नी: ये लो,...आप का मोबाइल, फुल चार्ज हो गया है..।
मध्य प्रदेश एवं देश के लगभग सभी जेल के जेलरों ने अपने जेल के सारे दरवाजे खोल कर try कर लिए,
लेकिन कोई भागने को तैयार नहीं,
लेकिन कोई भागने को तैयार नहीं,
जेलर रिक्वेस्ट भी कर रहें हैं कि
प्लीज कोई तो भागो न...
और जवाब मिल रहा है;
साहब हम इधर ही सेफ हैं..
आपके 2-4 डण्डे में ही हम अपना गुजारा कर लेंगें।

प्लीज कोई तो भागो न...
और जवाब मिल रहा है;
साहब हम इधर ही सेफ हैं..
आपके 2-4 डण्डे में ही हम अपना गुजारा कर लेंगें।
कैदियों को हाफिज सईद के नये निर्देश:-
जेल का दरवाज़ा या ताला गलती से खुला रह जाये तो खुद ताला ठीक से बंद करके चाबी जेलर को देकर हस्ताक्षर करवा लें ... !
Braking news .......................
उधर जेल के बाकी आतंकी मूतने को भी बाहर आने को राजी नहीं बोल रहे हम यहीं ठीक है
जय जवान-जय किसान भारत माता की जय.....
कि अलार्म बंद करने के बाद जितनी मस्त नींद आती है ...
उतनी तो पूरी रात भर नही आती..
दुनिया की ताकतवर चीज है *"लोहा"*
जो सबको काट डालता है ....
जो सबको काट डालता है ....
लोहे से ताकतवर है *"आग"*
जो लोहे को पिघला देती है....
जो लोहे को पिघला देती है....
आग से ताकतवर है *"पानी"*
जो आग को बुझा देता है....
जो आग को बुझा देता है....
और पानी से ताकतवर है *"इंसान"*
जो उसे पी जाता है....
जो उसे पी जाता है....
इंसान से भी ताकतवर है *"मौत"*
जो उसे खा जाती है....
जो उसे खा जाती है....
और मौत से भी ताकतवर है *"दुआ"* 
जो मौत को भी टाल सकती है...!
जो मौत को भी टाल सकती है...!
卐बहुत ही सुन्दर वर्णन है卐
....अभिमान मर जाएगा
.....पत्थर दिल पिघल जाएगा
.........स्वास्थ्य सुधर जाएगा
.....क्लेश का कारवाँ गुज़र जाएगा
......खुशियों का संसार नज़र आएगा
........और अंत में चार लोग बस यही कहते हैं कि "राम नाम सत्य है"...
*"उड़ा भी दो सारी रंजिशें इन हवाओं में*
*यारो"*
*यारो"*
*"छोटी सी जिंदगी है नफ़रत कब*
*तक करोगे"*
*तक करोगे"*
*"घमंड न करना जिन्दगी मे तकदीर बदलती*
*रहती है"*
*रहती है"*
*"शीशा वही रहता है बस तस्वीर बदलती रहती है"*....
क्या कभी सोचा है कि बहुत से लोग जब एक दूसरे से मिलते हैं तो आपस में एक दूसरे को दो बार ही *“राम राम"* क्यों बोलते हैं ?
*एक बार या तीन बार क्यों नही बोलते ?*
दो बार *“राम राम"* बोलने के पीछे बड़ा गूढ़ रहस्य है
क्योंकि यह आदि काल से ही चला आ रहा है...
हिन्दी की शब्दावली में *‘र'* सत्ताइसवां शब्द है,
*‘आ’* की मात्रा दूसरा और *‘म'* पच्चीसवां शब्द है...
अब तीनो अंको का योग करें तो
27 + 2 + 25 = *54*,
27 + 2 + 25 = *54*,
*अर्थात एक “राम”* का योग 54 हुआ-
*इसी प्रकार दो “राम राम”* का कुल *योग 108* होगा।
हम जब कोई जाप करते हैं तो 108 मनके की माला गिनकर करते हैं।
सिर्फ *'राम राम'* कह देने से ही पूरी *माला का जाप* हो जाता है।
1. ठंडी के मौसम तक गुडमार्निंग संदेश दोपहर
12.00 बजे तक स्वीकारे जायेंगे..
.
.
2. सुबह ठंडा पानी डाल कर उठाना
यह आतंकवादी हमले के बराबर माना जायेगा…
.
.
3. रजाई खींचना देशद्रोह के बराबर…
.
4. उसके बाद किसी ने चाय नही पिलायी
तो “असहिष्णुता माना” जाये…
12.00 बजे तक स्वीकारे जायेंगे..
.
.
2. सुबह ठंडा पानी डाल कर उठाना
यह आतंकवादी हमले के बराबर माना जायेगा…
.
.
3. रजाई खींचना देशद्रोह के बराबर…
.
4. उसके बाद किसी ने चाय नही पिलायी
तो “असहिष्णुता माना” जाये…
********************
ब्रेकींग न्यूज –
आनेवाले कड़ाके की ठण्ड को देखते हुए
केन्द्र सरकार का एक बड़ा फैसला,
आनेवाले कड़ाके की ठण्ड को देखते हुए
केन्द्र सरकार का एक बड़ा फैसला,
“नहाये हुए व्यक्ति को छुने वाला व्यक्ति भी
नहाया हुआ माना जायेगा”
नहाया हुआ माना जायेगा”
....जनहित में जारी…
.
“कृपया यहाँ धूम्रपान न करें.
आपकी जिंदगी की कोई कीमत
हो न हो …
.
.
.
पेट्रोल की कीमत बहुत है !!!
लड़का : जी, मैं बिज़नेस मेन हूँ|
लड़की : कौन सा बिज़नेस?
लड़का : सेलिंग ऑफ़ सोफिस्टिकेटेड मैन्युल इलास्टिक होल्डिंग डिवाइसेस|
लड़की: वाओ....लेकिन ये क्या होता है?
लड़का : जी नाड़े बेचता हूँ|
[11/6, 7:40 AM] +91 98871 02633: *"कोशिश"*
*आखिरी सांस तक करनी चाहिए,*
*या तो "लक्ष्य" हासिल होगा*
*या "अनुभव"*
*"चीजें दोनों ही अच्छी है।*
*वो कभी संपत्तिहीन नहीं होता*
*जो माता के चरण स्पर्श करे*
*वो कभी ममताहीन नहीं होता*
*जो बड़े भाई के चरण स्पर्श करे*
*वो कभी शक्तिहीन नहीं होता*
*जो बहन के चरण स्पर्श करे*
*वो कभी चरित्रहीन नहीं होता*
*वो कभी चरित्रहीन नहीं होता*
*जो गुरू के चरण स्पर्श करे, वो कभी बुद्धिहीन नहीं होता*
वैल्यू उस समय पता चली...
जब,
कस्टमर केयर वाली मैडम
ने कहा,
"आपकी कॉल हमारे लिए
महत्वपूर्ण है..!!"
.
आँखों से आँसु आ गए कसम से...
.
.
.
दोस्त: तो फिर क्या हुआ?
पप्पू: होना क्या था..!
मैं भूत से बोला तुम कर लो हमारा तो वैसे ही निकल गया है....
.
.
दोस्त: तो फिर क्या हुआ?
पप्पू: होना क्या था..!
मैं भूत से बोला तुम कर लो हमारा तो वैसे ही निकल गया है....
महिला (गुस्से में ) – दिखता नहीं क्या, अंधे ??
दूधवाला – मेडम, सॉरी आज सुबह से आप तीसरी सुंदर महिला है जिसे हमारी साइकिल से टक्कर लगी है।
महिला इतराते हुए - ओह्हो कोई बात नहीं, सुन यह तो बता तीनो में सबसे सुंदर कौन थी,
दूधवाला- जी मैडम आप,
महिला- सच्ची,
ले एक टक्कर और मार दे,
ले एक टक्कर और मार दे,
जब बीबी आके कहती है
.
.
.
.
.
.
" खाना खा लो फिर कुछ बात करनी है"
Father- पड़ोसन की लड़की को
देख बस से जाती है।
देख बस से जाती है।
Son: यही तो देखा नहीं जाता।
एक सिगरेट पी सकता हूं?
.
स्टेशन मास्टर : नहीं...
यहां सिगरेट पीना सख्त मना है।
.
यात्री : फिर यहाँ इतने
सिगरेट के टुकड़े कैसे पड़े हैं?
..
स्टेशन मास्टर : ये उन लोगों ने फेंके हैं
जो पूछते नहीं है।
आकाशवाणी हुई--
क्याेकि
क्याेकि
बेबी काे बेस पसंद है
और
बीबी काे क्लेश पसंद है ।
और
बीबी काे क्लेश पसंद है ।
सितम्बर में #जियो
!
!
!
!
!
अब अम्बानी जी
अक्तूबर में पियो
की सुविधा मिल जाती
तो दिल गार्डन गार्डन हो जाता




!
!
!
!
अब अम्बानी जी
अक्तूबर में पियो
तो दिल गार्डन गार्डन हो जाता
…
…
…
…
…
लेकिन चुप नहीं।
इस बात को लेकर परेशान हे
कि
राजस्थान के लोग
खुंटी ताण के कैसे सोते है
1 . कैसे कुत्ते की तरह देख रहा है
2. कुत्ता देख भी नहीं रहा है
अब कुत्ता क्या करे।।।
एक युवक ने उनसे पूछा की...
.
.
.
.
बुलेट ट्रैन मैं गुटका थूकने के लिए खिड़की खुल जाएगी क्या?
रिश्ते भी वही होते हैं ,
और रास्ते भी वही होते हैं ,
बदलता है तो बस.......
समय ,एहसास ,
और नज़रिया...!!
प्रभु जितने से जिंदगी चल जाए,
औकात बस इतनी देना, कि,
औरों का भला हो जाए,
रिश्तो में गहराई इतनी हो, कि,
प्यार से निभ जाए,
आँखों में शर्म इतनी देना, कि,
बुजुर्गों का मान रख पायें,
साँसे पिंजर में इतनी हों, कि,
बस नेक काम कर जाएँ,
बाकी उम्र ले लेना, कि,
औरों पर बोझ न बन जाएँ ।
प्रश्न : प्यार क्या है ? विस्तार से बताइये! (20 अंक)
अमरीकी विद्यार्थी का उत्तर:
प्यार 'दर्द' को कहते हैं
(परीक्षा परिणाम: प्राप्तांक 9/20)
प्यार 'दर्द' को कहते हैं
(परीक्षा परिणाम: प्राप्तांक 9/20)
इंग्लैंड के विद्यार्थी का उत्तर:
प्यार 'ज़िन्दगी' को कहते हैं
(परीक्षा परिणाम: प्राप्तांक 5/20)
प्यार 'ज़िन्दगी' को कहते हैं
(परीक्षा परिणाम: प्राप्तांक 5/20)
UAE के विद्यार्थी का उत्तर:
प्यार 'खुदा' को कहते हैं
(परीक्षा परिणाम: प्राप्तांक 7/20)
प्यार 'खुदा' को कहते हैं
(परीक्षा परिणाम: प्राप्तांक 7/20)
भारतीय विद्यार्थी का उत्तर:
प्यार की परिभाषा:-
'प्यार' के द्वारा एक महिला और पुरुष के मध्य, उपजे प्रेम-सम्बन्ध से दिल की गंभीर बीमारी हो जाती है। और अगर ये प्रेम परवान ना चढ़े तो दोनों में से किसी एक की मृत्यु भी हो जाती है।
'प्यार' के द्वारा एक महिला और पुरुष के मध्य, उपजे प्रेम-सम्बन्ध से दिल की गंभीर बीमारी हो जाती है। और अगर ये प्रेम परवान ना चढ़े तो दोनों में से किसी एक की मृत्यु भी हो जाती है।
प्यार के प्रकार :
(1)- एक तरफ़ा प्यार।
(2)- दो तरफ़ा प्यार।
(1)- एक तरफ़ा प्यार।
(2)- दो तरफ़ा प्यार।
आयु :-
आमतौर पर यह 15 से 25 की उम्र के बीच होता है। लेकिन आजकल यह किसी भी उम्र में हो जाता है।
आमतौर पर यह 15 से 25 की उम्र के बीच होता है। लेकिन आजकल यह किसी भी उम्र में हो जाता है।
लक्षण :
(1)- अनिद्रा।
(2)- दिन में सपने देखना।
(3)- फेसबुक, व्हाटसएप के बिना
एक-एक पल दूभर हो जाना
(4)- फ़ोन की लत।
(1)- अनिद्रा।
(2)- दिन में सपने देखना।
(3)- फेसबुक, व्हाटसएप के बिना
एक-एक पल दूभर हो जाना
(4)- फ़ोन की लत।
मूल कारण/मूल्यांकन:
(1)- फोन पे चेटींग से
(2)- तस्वीरों से
(3)- मोबाईल द्वारा ज्यादा फैलता है।
(1)- फोन पे चेटींग से
(2)- तस्वीरों से
(3)- मोबाईल द्वारा ज्यादा फैलता है।
इलाज:-
(1)- पिता के जूते द्वारा एंटी लव
चिकित्सा !
(2)- माँ की चप्पल की अंधाधुंध मार ||
परीक्षा परिणाम: (प्राप्तांक 20/20)
(1)- पिता के जूते द्वारा एंटी लव
चिकित्सा !
(2)- माँ की चप्पल की अंधाधुंध मार ||
परीक्षा परिणाम: (प्राप्तांक 20/20)
सब लोग बेटो को ही कोसते है,
लेकिन दुनिया वाले ये कैसे भूल जाते हैं की वहा भेजने मे किसी की बेटी
का ही अहम रोल होता है..!
का ही अहम रोल होता है..!
वरना लोग अपने माँ बाप को शादी के पहले ही वृद्धाश्रम क्यों नही भेजते।
संस्कार बेटियों को भी दें ताकि कोई बेटों को ना कोसे।
रोहित और मोहित बड़े शरारती बच्चे थे, दोनों 5th स्टैण्डर्ड के स्टूडेंट थे और एक साथ ही स्कूल आया-जाया करते थे।
एक दिन जब स्कूल की छुट्टी हो गयी तब मोहित ने रोहित से कहा, “ दोस्त, मेरे दिमाग में एक आईडिया है?”
“बताओ-बताओ…क्या आईडिया है?”, रोहित ने एक्साईटेड होते हुए पूछा।
मोहित- “वो देखो, सामने तीन बक रियां चर रही हैं।”
रोहित- “ तो! इनसे हमे क्या लेना-देना है?”
मोहित-” हम आज सबसे अंत में स्कूल से निकलेंगे और जाने से पहले इन बकरियों को पकड़ कर स्कूल में छोड़ देंगे, कल जब स्कूल खुलेगा तब सभी इन्हें खोजने में अपना समय बर्वाद करेगे और हमें पढाई नहीं करनी पड़ेगी…”
रोहित- “पर इतनी बड़ी बकरियां खोजना कोई कठिन काम थोड़े ही है, कुछ ही समय में ये मिल जायेंगी और फिर सबकुछ नार्मल हो जाएगा….”
मोहित- “हाहाहा…यही तो बात है, वे बकरियां आसानी से नहीं ढूंढ पायेंगे, बस तुम देखते जाओ मैं क्या करता हूँ!”
इसके बाद दोनों दोस्त छुट्टी के बाद भी पढ़ायी के बहाने अपने क्लास में बैठे रहे और जब सभी लोग चले गए तो ये तीनो बकरियों को पकड़ कर क्लास के अन्दर ले आये।
अन्दर लाकर दोनों दोस्तों ने बकरियों की पीठ पर काले रंग का गोला बना दिया। इसके बाद मोहित बोला, “अब मैं इन बकरियों पे नंबर डाल देता हूँ।, और उसने सफेद रंग से नंबर लिखने शुरू किये-
पहली बकरी पे नंबर 1
दूसरी पे नंबर 2
और तीसरी पे नंबर 4
पहली बकरी पे नंबर 1
दूसरी पे नंबर 2
और तीसरी पे नंबर 4
“ये क्या? तुमने तीसरी बकरी पे नंबर 4 क्यों डाल दिया?”, रोहित ने आश्चर्य से पूछा।
मोहित हंसते हुए बोला, “ दोस्त यही तो मेरा आईडिया है, अब कल देखना सभी तीसरी नंबर की बकरी ढूँढने में पूरा दिन निकाल देंगे…और वो कभी मिलेगी ही नहीं…”
अगले दिन दोनों दोस्त समय से कुछ पहले ही स्कूल पहुँच गए।
थोड़ी ही देर में स्कूल के अन्दर बकरियों के होने का शोर मच गया।
कोई चिल्ला रहा था, “ चार बकरियां हैं, पहले, दुसरे और चौथे नंबर की बकरियां तो आसानी से मिल गयीं…बस तीसरे नंबर वाली को ढूँढना बाकी है।”
स्कूल का सारा स्टाफ तीसरे नंबर की बकरी ढूढने में लगा गया…एक-एक क्लास में टीचर गए अच्छे से तालाशी ली। कुछ खोजू वीर स्कूल की
छतों पर भी बकरी ढूंढते देखे गए… कई सीनियर बच्चों को भी इस काम में लगा दिया गया।
तीसरी बकरी ढूँढने का बहुत प्रयास किया गया….पर बकरी तब तो मिलती जब वो होती…बकरी तो थी ही नहीं!
आज सभी परेशान थे पर रोहित और मोहित इतने खुश पहले कभी नहीं हुए थे। आज उन्होंने अपनी चालाकी से एक बकरी अदृश्य कर दी थी।
इस कहानी को पढ़कर चेहरे पे हलकी सी मुस्कान आना स्वाभाविक है। पर इस मुस्कान के साथ-साथ हमें इसमें छिपे सन्देश को भी ज़रूर समझना चाहिए। तीसरी बकरी, *दरअसल वो चीजें हैं जिन्हें खोजने के लिए हम बेचैन हैं पर वो हमें कभी मिलती ही नहीं….क्योंकि वे reality में होती ही नहीं*!
हम ऐसी लाइफ चाहते हैं जो perfect हो, जिसमे कोई problem ही ना हो…. it does not exist !
हम ऐसा life-partner चाहते हैं जो हमें पूरी तरह समझे जिसके साथ कभी हमारी अनबन ना हो…..it does not exist!
हम ऐसी job या बिजनेस चाहते हैं, जिसमे हमेशा सबकुछ एकदम smoothly चलता रहे…it does not exist!
क्या ज़रूरी है कि हर वक़्त किसी चीज के लिए परेशान रहा जाए ?
ये भी तो हो सकता है कि हमारी लाइफ में जो कुछ भी है वही हमारे life puzzle को solve करने के लिए पर्याप्त हो….
ये भी तो हो सकता है कि हमारी लाइफ में जो कुछ भी है वही हमारे life puzzle को solve करने के लिए पर्याप्त हो….
ये भी तो हो सकता है कि जिस तीसरी चीज (aadarsh) की हम तलाश कर रहे हैं वो हकीकत में हो ही ना….और हम पहले से ही complete हों !
इसलिए अदृश्य आदर्श की तलाश में अपनी life को spoil किये बगैर, वर्तमान में मस्त रहिये ।
Keep smiling. . . . .
क्योंकि सर्दी का दिन था इसलिये
राजा का दरवार खुले मे लगा हुआ था.
पूरी आम सभा सुबह की धूप मे बैठी थी ..
महाराज के सिंहासन के सामने...
एक शाही मेज थी...
और उस पर कुछ कीमती चीजें रखी थीं.
पंडित लोग, मंत्री और दीवान आदि
सभी दरबार मे बैठे थे
और राजा के परिवार के सदस्य भी बैठे थे.. ..
उसी समय एक व्यक्ति आया और प्रवेश माँगा..
प्रवेश मिल गया तो उसने कहा
“मेरे पास दो वस्तुएं हैं,
मै हर राज्य के राजा के पास जाता हूँ और
अपनी वस्तुओं को रखता हूँ पर कोई परख नही पाता सब हार जाते है
और मै विजेता बनकर घूम रहा हूँ”..
अब आपके नगर मे आया हूँ
प्रवेश मिल गया तो उसने कहा
“मेरे पास दो वस्तुएं हैं,
मै हर राज्य के राजा के पास जाता हूँ और
अपनी वस्तुओं को रखता हूँ पर कोई परख नही पाता सब हार जाते है
और मै विजेता बनकर घूम रहा हूँ”..
अब आपके नगर मे आया हूँ
राजा ने बुलाया और कहा “क्या वस्तु है”
तो उसने दोनो वस्तुएं....
उस कीमती मेज पर रख दीं..
तो उसने दोनो वस्तुएं....
उस कीमती मेज पर रख दीं..
वे दोनों वस्तुएं बिल्कुल समान
आकार, समान रुप रंग, समान
प्रकाश सब कुछ नख-शिख समान था.. … ..
आकार, समान रुप रंग, समान
प्रकाश सब कुछ नख-शिख समान था.. … ..
राजा ने कहा ये दोनो वस्तुएं तो एक हैं.
तो उस व्यक्ति ने कहा हाँ दिखाई तो
एक सी ही देती है लेकिन हैं भिन्न.
तो उस व्यक्ति ने कहा हाँ दिखाई तो
एक सी ही देती है लेकिन हैं भिन्न.
इनमें से एक है बहुत कीमती हीरा
और एक है काँच का टुकडा।
और एक है काँच का टुकडा।
लेकिन रूप रंग सब एक है.
कोई आज तक परख नही पाया क़ि
कौन सा हीरा है और कौन सा काँच का टुकड़ा..
कोई आज तक परख नही पाया क़ि
कौन सा हीरा है और कौन सा काँच का टुकड़ा..
कोइ परख कर बताये की....
ये हीरा है और ये काँच..
अगर परख खरी निकली...
तो मैं हार जाऊंगा और..
यह कीमती हीरा मै आपके राज्य की तिजोरी मे जमा करवा दूंगा.
ये हीरा है और ये काँच..
अगर परख खरी निकली...
तो मैं हार जाऊंगा और..
यह कीमती हीरा मै आपके राज्य की तिजोरी मे जमा करवा दूंगा.
पर शर्त यह है क़ि यदि कोई नहीं
पहचान पाया तो इस हीरे की जो
कीमत है उतनी धनराशि आपको
मुझे देनी होगी..
पहचान पाया तो इस हीरे की जो
कीमत है उतनी धनराशि आपको
मुझे देनी होगी..
इसी प्रकार से मैं कई राज्यों से...
जीतता आया हूँ..
जीतता आया हूँ..
राजा ने कहा मै तो नही परख सकूगा..
दीवान बोले हम भी हिम्मत नही कर सकते
क्योंकि दोनो बिल्कुल समान है..
सब हारे कोई हिम्मत नही जुटा पा रहा था.. ..
दीवान बोले हम भी हिम्मत नही कर सकते
क्योंकि दोनो बिल्कुल समान है..
सब हारे कोई हिम्मत नही जुटा पा रहा था.. ..
हारने पर पैसे देने पडेगे...
इसका कोई सवाल नही था,
क्योंकि राजा के पास बहुत धन था,
पर राजा की प्रतिष्ठा गिर जायेगी,
इसका सबको भय था..
इसका कोई सवाल नही था,
क्योंकि राजा के पास बहुत धन था,
पर राजा की प्रतिष्ठा गिर जायेगी,
इसका सबको भय था..
कोई व्यक्ति पहचान नही पाया.. ..
आखिरकार पीछे थोडी हलचल हुई
एक अंधा आदमी हाथ मे लाठी लेकर उठा..
उसने कहा मुझे महाराज के पास ले चलो...
मैने सब बाते सुनी है...
और यह भी सुना है कि....
कोई परख नही पा रहा है...
एक अवसर मुझे भी दो.. ..
आखिरकार पीछे थोडी हलचल हुई
एक अंधा आदमी हाथ मे लाठी लेकर उठा..
उसने कहा मुझे महाराज के पास ले चलो...
मैने सब बाते सुनी है...
और यह भी सुना है कि....
कोई परख नही पा रहा है...
एक अवसर मुझे भी दो.. ..
एक आदमी के सहारे....
वह राजा के पास पहुंचा..
उसने राजा से प्रार्थना की...
मै तो जनम से अंधा हू....
फिर भी मुझे एक अवसर दिया जाये..
जिससे मै भी एक बार अपनी बुद्धि को परखूँ..
और हो सकता है कि सफल भी हो जाऊं..
वह राजा के पास पहुंचा..
उसने राजा से प्रार्थना की...
मै तो जनम से अंधा हू....
फिर भी मुझे एक अवसर दिया जाये..
जिससे मै भी एक बार अपनी बुद्धि को परखूँ..
और हो सकता है कि सफल भी हो जाऊं..
और यदि सफल न भी हुआ...
तो वैसे भी आप तो हारे ही है..
तो वैसे भी आप तो हारे ही है..
राजा को लगा कि.....
इसे अवसर देने मे क्या हर्ज है...
राजा ने कहा क़ि ठीक है..
तो तब उस अंधे आदमी को...
दोनो चीजे छुआ दी गयी..
इसे अवसर देने मे क्या हर्ज है...
राजा ने कहा क़ि ठीक है..
तो तब उस अंधे आदमी को...
दोनो चीजे छुआ दी गयी..
और पूछा गया.....
इसमे कौन सा हीरा है....
और कौन सा काँच….?? ..
यही तुम्हें परखना है.. ..
इसमे कौन सा हीरा है....
और कौन सा काँच….?? ..
यही तुम्हें परखना है.. ..
कथा कहती है कि....
उस आदमी ने एक क्षण मे कह दिया कि यह हीरा है और यह काँच.. ..
उस आदमी ने एक क्षण मे कह दिया कि यह हीरा है और यह काँच.. ..
जो आदमी इतने राज्यो को जीतकर आया था
वह नतमस्तक हो गया..
और बोला....
“सही है आपने पहचान लिया.. धन्य हो आप…
अपने वचन के मुताबिक.....
यह हीरा.....
मै आपके राज्य की तिजोरी मे दे रहा हूँ ” ..
वह नतमस्तक हो गया..
और बोला....
“सही है आपने पहचान लिया.. धन्य हो आप…
अपने वचन के मुताबिक.....
यह हीरा.....
मै आपके राज्य की तिजोरी मे दे रहा हूँ ” ..
सब बहुत खुश हो गये
और जो आदमी आया था वह भी
बहुत प्रसन्न हुआ कि कम से कम
कोई तो मिला परखने वाला..
और जो आदमी आया था वह भी
बहुत प्रसन्न हुआ कि कम से कम
कोई तो मिला परखने वाला..
उस आदमी, राजा और अन्य सभी
लोगो ने उस अंधे व्यक्ति से एक ही
जिज्ञासा जताई कि तुमने यह कैसे
पहचाना कि यह हीरा है और वह काँच.. ..
लोगो ने उस अंधे व्यक्ति से एक ही
जिज्ञासा जताई कि तुमने यह कैसे
पहचाना कि यह हीरा है और वह काँच.. ..
उस अंधे ने कहा की सीधी सी बात है मालिक
धूप मे हम सब बैठे है.. मैने दोनो को छुआ ..
जो ठंडा रहा वह हीरा.....
जो गरम हो गया वह काँच.....
धूप मे हम सब बैठे है.. मैने दोनो को छुआ ..
जो ठंडा रहा वह हीरा.....
जो गरम हो गया वह काँच.....
जीवन मे भी देखना.....
जो बात बात मे गरम हो जाये, उलझ जाये...
वह व्यक्ति "काँच" हैं
वह व्यक्ति "काँच" हैं
और
जो विपरीत परिस्थिति मे भी ठंडा रहे.....
वह व्यक्ति "हीरा" है..!!...✍
वह व्यक्ति "हीरा" है..!!...✍
--
जिसने भी लिखा, संदेश अनुकरणीय है। इसे जीवन में अपनाएं।
जिसने भी लिखा, संदेश अनुकरणीय है। इसे जीवन में अपनाएं।
गजब परिवार
एक परिवार मे ५ बहने थी,
,
एक का नाम था -: टूटेली
दूसरी का नाम -: फटेली 
तीसरी का नाम -: सङेली
चौथी का नाम -: म़रेली
तीसरी का नाम -: सङेली
चौथी का नाम -: म़रेली
पांचवी का नाम :- भुतनि 
एक दिन उनके घर पर लाडकी देखने के लिये मेहेमान आए !!!!
मम्मी ने पूछा , आप कुर्सी पर बैठे गे या नीचे चटाई पर ??
गेस्ट :- कुर्सी पर
मम्मी :- टूटेली कुर्सी लेकर आओ
गेस्ट :- नहीं नहीं ठीक है मैं चटाई पर बैठ जाता हूँ
मम्मी :- फटेली !! चटाई लेकर आओ !
गेस्ट :- रहने दीजिए मै जमीन पर ही बैठ जाता हूँ
( गेस्ट जमीन पर बैठ गया )
मम्मी :- आप चाय पीएँगे या दूध ??
गेस्ट :- चाय 

मम्मी :- सडेली !! चाय लेकर आओ
गेस्ट :- नहीं नहीं , चाय रहने दो ओर दूध ले आओ


मम्मी :- मरेली !! गाय का दूध लेके आओ

मम्मी :- मरेली !! गाय का दूध लेके आओ
गेस्ट :- रेहेनेदिजिये मुझे कुच भि नाही चाहिये
सिर्फ लाडकी दिखाईये
मम्मी :- मरेली!
भुतनि को लेकर आओ!
गेस्ट :- बेहोश 

आज पूरा देश भारत माता की जय बोल रहा है।
केजरीवाल खांसते हुये दिल्ली की गद्दी पर आया.
आज पूरी दिल्ली खांस रही है..
नवाज शरीफ - मोदी जी हमें कश्मीर चाहिए ।
मोदी जी - चल share it चालु कर..
और जब रिसीव किया तो ये लिखकर आया -
U have not enough space please delete your Lahore, Balochistan and Rawalpindi.
एक दम लेटेस्ट।।।
वो तो जिन्दगी की भाग दोड़ ने भेरुबाबा बना दिया..,
बेटा – ये किसलिए पापा?
बाप – बेटा, तुने जब से
Whatsapp शुरू किया है, तब से रात को चौकीदार
नहीं रखना पडा.!!
रखले,ये तेरी मेहनत की कमाई है पगले…!!!
दिखा दिया फिर से 56. इंच का सिना।।
कैसे देखिए नोट बन्द करने कि तारिक 9/11/2016
अब इन्हें जोड़िये ।
9+11+20+16=56.
तो अब फिर साबित होगया 56 इंच का दम।
जय हिन्द जय मोदी
होकर मायावती ,
केजरीवाल से ट्यूशन लेने आई ।
,और बोली:
ऐ दुनिया के सबसे झूठे व्यक्ति मुझे भी
confidence के साथ झूठ बोलना सीखा दे ।
केजरीवाल बोला:
ए हुस्न की मल्लिका, लोगो की बात को
दफा करो ।
मैं तो आपको देखकर हैरान रह गया ।
कि इस उम्र मे ये हुस्न, ये रंग ये शोखियाँ और ये
दिलकशी..
मायावती: (शरमाती हुई )
“या अल्लाह इस दुनिया के लोगों को कीड़े पड़े। जालिम अच्छे भले सच्चे
इन्सान को झूठा कहते है॥”
जैसे की :-
(1) जिनके पास काला धन है , ऐसे लोग 11 नवम्बर तक निर्धन लोगो का इलाज और दवाई खर्च उठाये क्योंकि 11 नवंबर तक हॉस्पिटल और दवाई की दूकान पर ये नोट मान्य हैं।
(2) कई लोग गंभीर बीमारियों से पीड़ित होते हैं लेकिन पैसे के अभाव में ऑपरेशन या अन्य महंगे उपचार नही करवा पते हैं, उन लोगो को इन 3 दिनों में अधिकतम लाभ पहुँचाने की कोशिश करें।
(3) निर्धन परिवारों में अपने काले धन को बांटे। क्योंकि ऐसे लोग अपने बैंक अकाउंट में पैसा जमा करवा कर नए नोट प्राप्त कर लेंगे और ये पैसा उनके जीवनयापन के लिए बहुत बडा सहयोग होगा।
(4) बेरोजगार लोगो को बिना ब्याज पर पैसा उधार दे दे ताकि वो अपना कोई रोजगार शुरू कर सकें। ऐसे आप उनको मदद भी कर देंगे और वे लोग अपने पैरों पर खड़ा होकर एक समय बाद आपका पैसा भी लौटा देंगे।
(5) गरीब लड़कियों की शादी के लिए पैसे देकर आप पुण्य कमा सकते हैं।
(6) कई किसानों को कर्ज के कारण आत्महत्या करना पड़ती है। ऐसे किसानों की मदद कर सकते हैं।
और भी कई क्षेत्र हैं जहाँ आप आपके काले धन को रद्दी बनने की बजाये कुछ अच्छे कर्मों में उपयोग ला सकते हैं। अगर आपको मेरे विचार अच्छे लगे हो तो कृपया इस message को ज्यादा से ज्यादा और अतिशीघ्र शेयर कीजिये ताकि सही समय पर किसी की अंतरात्मा जाग जाये और कई लोगो का भला हो जाये और काला धन जमा करने वालो को भी अपनी गलती को सुधारने का एक मौका मिल जाये।
!!!!!!!!!!!जय श्रीमन नारायण!!!!!!!
पप्पू - सर नहीं घुलेगा..
सर - शाबाश पप्पू लेकिन तुझे कैसे पता..
...
पप्पू - सर अगर acid में डालने से सिक्का घुलना होता तो,आप सिक्का हमसे मांगते ना कि अपनी जेब से निकालते ..
...
पप्पू - सर अगर acid में डालने से सिक्का घुलना होता तो,आप सिक्का हमसे मांगते ना कि अपनी जेब से निकालते ..
मैंने कहा jio ले ले,
.
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नतीजा ये हुआ ,
अब वो ये जिद कर रहा है कि
अब वो ये जिद कर रहा है कि
शादी भी मेरी बताई हुई लड़की से ही करेगा
दोनों हाथों में भर भर के मेहँदी लगवाने के बाद याद आया कि वो
वो परेशान खड़ी थी कि, तभी उसके एक पड़ोसी सज्जन ने उसे पहचान लिया और फिर उसी की स्कूटी में उसे घर तक छोड़ दिया।
*घर पहुँचने पर पड़ोसी को याद आया कि, अपनी बाइक और बीवी दोनों को तो वो, बाजार में ही छोड़ आया है !!
बटन टांक रहा था....
.
बाप : “बेटा..हमने तुम्हारा विवाह कराया,
बहू घर आयी....
फिर भी तुम अपनी पेंट पर
खुद ही बटन टांक रहे हो?”
..
बेटा : “पिताजी..आप गलत सोच रहे हैं.
यह जीन्स उसी की है।
..
*** पिताजी बेहोश ***
मुजरिम : साहब हमारे कारण ही पुलिस और अदालत में,
लाखों लोगों को नौकरी मिली हुई है..
लाखों लोगों को नौकरी मिली हुई है..
बीजेपी की नीतियों के विरोधी हो सकते हैं ये एक सामान्य प्रकिया है..
और इसमें कुछ गलत भी नहीं है...
और इसमें कुछ गलत भी नहीं है...
परंतु आप आलोचक की हद को पार करके *घृणित-निंदक* बनकर *PM की आलोचना* कैसे कर सकते हैं...?
आप उस व्यक्ति की आलोचना कर रहे हैं जो लगभग 15 सालों से CM के बाद, अब PM रहते हुए भी अपनी सैलेरी राष्ट्र को दान करता आ रहा है PM हाउस में अपना खर्चा स्वं उठाता आ रहा है..।
*Pm की निंदा-रस* में डूबते समय क्या आपको खयाल आया है कि क्या आपने कभी 1 महीने की सैलेरी राष्ट्र को दान किया है...?
₹-240 की LPG-Subsidy तो आप छोड़ नहीं पाते, बाकी.. क्या आप में हिम्मत है 1 साल की सैलेरी *राष्ट्र को दान कर दें...?*
तो फिर आप उस व्यक्ति की निंदा कैसे कर सकते हैं जो 15 सालों से ये सब करता आ रहा है....?
3 बार गुजरात का CM रहने के बावजूद किसके पास कोई *बड़ी संपत्ति नहीं* है, परिवार को भी जिसने VIP सुविधाओं से महरूम कर रखा है ।
जिस PM के विदेशी दौरों को आप सिर्फ घूमने फिरने का नाम देते हैं जबकि असली उदेश्य *व्यापारिक समझौते और आपसी सम्बन्ध को सुधारना* होता है।
एक 66 साल का व्यक्ति 6 दिन में 5 देशों की यात्रा करता 40 महत्वपूर्ण मीटिंग में भाग लेता है। *देश का पैसा बचाने के लिए* ऐसी प्लानिंग करता है जिससे होटल में कम से कम रुका जाए, और, फ्लाइट में नींद पूरी की जाये....
उसके दौरे को आप सिर्फ भ्रमण का नाम देते हैं..?
उसके दौरे को आप सिर्फ भ्रमण का नाम देते हैं..?
*वैश्विक मंदी और ख़राब मौसम की मार* झेलने की बाद भी देश पर आंशिक प्रभाव पड़ा है...
और *देश आगे बढ़ रहा है*, क्या इतना काफी नहीं है..?
काँग्रेस द्वारा *60+ सालों से किये गये गड्ढे* क्या 2 साल में भर जायेंगे..?
अभी तक कांग्रेस की सरकारों से अगर 25% भी हिसाब माँगा जाता, तो ये दिन देखने नहीं पड़ते..
और *देश आगे बढ़ रहा है*, क्या इतना काफी नहीं है..?
काँग्रेस द्वारा *60+ सालों से किये गये गड्ढे* क्या 2 साल में भर जायेंगे..?
अभी तक कांग्रेस की सरकारों से अगर 25% भी हिसाब माँगा जाता, तो ये दिन देखने नहीं पड़ते..
अगली बार PM की निंदा करने से पहले *अपने गिरेबान में झांककर देखें* और-
अपने आप से तुलना करें कि जिसकी आप निंदा कर रहे हैं, क्या उसके *पैरों की धूल के बराबर* आप हैं या नहीं..?
अपने आप से तुलना करें कि जिसकी आप निंदा कर रहे हैं, क्या उसके *पैरों की धूल के बराबर* आप हैं या नहीं..?
कितने शर्म की बात है.....
एक तरह जिस व्यक्ति को *सारा विश्व सम्मान दे रहा है*....
वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग (जो उसी देश के हैं) उसी सम्मान को गलत साबित करने पर तुले हैं... निवेदन है की इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करें और अपने देश के प्रधानमंत्री की गरिमा को मज़बूत बनायें

आप सबसे *निवेदन है, यह मैसेज अपने सभी व्हाट्सएप्प कांटेक्ट ओर फेसबुक पर जरूर शेयर करे..* और *उन सभी को कहे की आप भी अपने व्हाट्सएप्प कांटेक्ट ओर फेसबुक दोस्तों में शेयर करे*, हम सब *बलिदान* ना सही पर *देश के लिए इस छोटा सा काम तो कर ही सकते हैं ना:*
एक तरह जिस व्यक्ति को *सारा विश्व सम्मान दे रहा है*....
वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग (जो उसी देश के हैं) उसी सम्मान को गलत साबित करने पर तुले हैं... निवेदन है की इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करें और अपने देश के प्रधानमंत्री की गरिमा को मज़बूत बनायें
1. कचरा सड़क पर *ना फैंकें।*
2. सड़कों, दीवारों पे *ना थूकें।*
3. नोटों, दीवारों पर *ना लिखें।*
4. गाली देना *छोड़ दें।*
5. पानी एवम् *लाइट बचाएँ।*
6. एक पोधा *लगाएँ।*
7. ट्रेफिक रूल्स *ना तोडें।*
8. रोज़ माता पिता का *आशीर्वाद लें।*
9. लड़कियों की *इज्जत करें।*
10. एम्बुलेंस को *रास्ता दें।*
2. सड़कों, दीवारों पे *ना थूकें।*
3. नोटों, दीवारों पर *ना लिखें।*
4. गाली देना *छोड़ दें।*
5. पानी एवम् *लाइट बचाएँ।*
6. एक पोधा *लगाएँ।*
7. ट्रेफिक रूल्स *ना तोडें।*
8. रोज़ माता पिता का *आशीर्वाद लें।*
9. लड़कियों की *इज्जत करें।*
10. एम्बुलेंस को *रास्ता दें।*
*देश को नहीं, पहले खुद को बदलें।*
अगर समय हो तो आगे भेजे।
- लियो
-रियो
-जियो
एंड
- भाई, सो-सो के दस दियो।।
-जियो
एंड
- भाई, सो-सो के दस दियो।।
अचानक किसी दिन
1. आज मध्यरात्रि १२ बजे से पुरानी सारी शादिया रद्द की जाती है। पुरानी बीबियाँ कल से नही चलेगी।
2. आप अपने पुरानी बीबियों को ३० दिसम्बर तक कोर्ट या वापस ससुराल में जमा करवा सकते हो।
3. अगले २ दिनों तक सभी मन्दिर और mariage रेजिस्ट्रेशन ऑफिस बन्द रहेंगे।
4. २४ नवम्बर तक हर रोज २ घंटे तक नई बीबी के साथ रह सकते हैं। बाद में धीरे धीरे इसकी समय सीमा बढ़ाई जाएगी।
जनहित में जारी।।
जय हो
जय हो
एक बेईमान
दूसरा मादरचोद
अभी दूसरा वाला चल रहा है।
एक क्षण में पैसा कागज बन सकता है,
सोना मामूली धातु बन सकता है, जमीन सरकारी हो सकती है।
लेकिन सिर्फ रिश्ते-नातों का मोल स्वयं भगवान भी कम नहीं कर सकते। अर्थाभास के मुगालते से बाहर आएं और रिश्तों का मोल पहचाने,
*रिश्ते अनमोल है..!!*
सोना मामूली धातु बन सकता है, जमीन सरकारी हो सकती है।
लेकिन सिर्फ रिश्ते-नातों का मोल स्वयं भगवान भी कम नहीं कर सकते। अर्थाभास के मुगालते से बाहर आएं और रिश्तों का मोल पहचाने,
*रिश्ते अनमोल है..!!*
अर्थ : किसी काम न आना
प्रयोग : राम वैसे तो दोस्ती की इतनी बड़ी बड़ी बातें करता है, पर जब कोई काम पड़ता है तो हजार का नोट हो जाता है ।
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